CBSE Full Form In Hindi 2024 | सीबीएसई का फुल फॉर्म क्या होता है?

सीबीएसई (CBSE) का फुल फॉर्म “सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन (Central Board of Secondary Education)” होता है। इसे हिंदी में “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” कहते हैं। सीबीएसई एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है जो भारत सरकार द्वारा संचालित और विनियमित होता है।

सीबीएसई निजी और सार्वजनिक स्कूलों दोनों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अपने से संबंधित सभी स्कूलों को एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को अपनाने की मांग करता है। भारत में लगभग 27,000 स्कूल और 28 अंतरराष्ट्रीय देशों में 240 सीबीएसई संबंधित स्कूल हैं, जो इस बोर्ड की व्यापक पहुंच और महत्व को दर्शाते हैं।

सीबीएसई (CBSE) क्या है?

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई.) भारत सरकार द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित सार्वजनिक और निजी स्कूलों के लिए भारत में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है। 1929 में सरकार के एक प्रस्ताव द्वारा स्थापित, बोर्ड वास्तव में माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में अंतर्राज्यीय एकीकरण और सहयोग की दिशा में एक साहसिक और सफल प्रयोग था। भारत में लगभग 27,000 स्कूल और 28 विदेशी देशों में 240 स्कूल CBSE से संबंधित हैं।

CBSE सभी केंद्रीय विद्यालयों, सभी जवाहर नवोदय विद्यालयों, निजी स्कूलों और भारत की केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित अधिकांश स्कूलों को एफिलिएट करता है। सीबीएसई में लगभग 1,138 केंद्रीय विद्यालय, 3,011 सरकारी स्कूल, 16,741 स्वतंत्र स्कूल (Private Schools), 595 जवाहर नवोदय विद्यालय और 14 केंद्रीय तिब्बती स्कूल रजिस्टर्ड हैं।

CBSE से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां

  • CBSE Full Form (सीबीएसई का फुल फॉर्म): Central Board of Secondary Education (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड)
  • Establishment (स्थापना): 01/07/1962 (पुनर्गठन)
  • Official language (भाषा): Hindi and English
  • Head office (मुख्य कार्यालय): New Delhi, India
  • Official website (आधिकारिक वेबसाइट): http://cbse.nic.in/
  • Current Chairman (अध्यक्ष): IAS RAHUL SINGH (आईएएस राहुल सिंह)

CBSE पास मानदंड

CBSE में 10वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास या प्रमोशन करने की शर्त बहुत आसान है।

  • 10वीं: CBSE दसवीं कक्षा की परीक्षा पास करने के लिए छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल विषयों में कम से कम 33% अंक प्राप्त करने चाहिए।
  • 12वीं: CBSE बोर्ड में 12वीं पास करने के लिए छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल विषयों में कम से कम 33% अंक लाने जरूरी हैं।

सीबीएसई (CBSE) के प्राथमिक उद्देश्य

  • गुणवत्ता का त्याग किए बिना तनाव मुक्त, व्यापक और बाल-केंद्रित शैक्षणिक उपलब्धि के लिए उपयुक्त शैक्षणिक विधियों को परिभाषित करना।
  • विभिन्न हितधारकों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर शैक्षिक गतिविधियों की विविधता को ट्रैक और समीक्षा करना।
  • राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना का सुझाव देना।
  • शिक्षकों के कौशल और पेशेवर दक्षताओं को उन्नत करने के लिए क्षमता विकास गतिविधियों का आयोजन करना।
  • परीक्षा की स्थिति और प्रारूप निर्धारित करना और 10वीं और 12वीं कक्षा की अंतिम परीक्षा आयोजित करना।
  • सीबीएसई परीक्षा निर्देशों या दिशानिर्देशों की सिफारिश और संशोधन करना। उन संस्थानों को एफिलिएट करना जो सीबीएसई मानदंडों को पूरा करते हैं।

सीबीएसई का इतिहास

सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) का इतिहास काफी दिलचस्प है और यह भारतीय शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी शुरुआत 1929 में हुई थी, जब भारत सरकार ने एक संयुक्त बोर्ड की स्थापना की थी जिसका नाम “उत्‍तरी भारत के लिए इंटरमीडिएट और हाई स्‍कूल परीक्षा बोर्ड” रखा गया था। यह बोर्ड तब ब्रिटिश शासन के अधीन था और इसका मुख्य उद्देश्य उत्तरी भारत के छात्रों के लिए एक समान शिक्षा प्रणाली प्रदान करना था।

1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता महसूस की गई। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, 1962 में इस बोर्ड का पुनर्गठन किया गया और इसका नाम बदलकर “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” रखा गया। इस समय से, सीबीएसई ने देशभर में अपनी पहुंच बढ़ानी शुरू की और एक केंद्रीकृत शिक्षा बोर्ड के रूप में अपनी पहचान बनाई।

सीबीएसई के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और यह बोर्ड आज भी देश के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा बोर्डों में से एक है। सीबीएसई के मानकों और उसके द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे लाखों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।

सीबीएसई (CBSE) के अन्य फुल फॉर्म

निश्चित रूप से, CBSE सबसे प्रसिद्ध और अधिक प्रचलित फुल फॉर्म “सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन” ही है। हालांकि, अलग अलग संदर्भ के आधार पर CBSE के अन्य फुल फॉर्म (पूर्ण रूप) भी हो सकते हैं। नीचे कुछ सबसे सामान्य और अधिक प्रचलित फुल फॉर्म दिए गए हैं:

क्रमांकफुल फॉर्मश्रेणीसंक्षिप्त विवरण
1Central Board of Secondary Educationशिक्षाभारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड।
2Council of Boards of School Educationशिक्षाभारत में विभिन्न स्कूल बोर्डों के समन्वय और सहयोग के लिए परिषद।
3Certified Biomedical Equipment Specialistचिकित्साचिकित्सा उपकरणों के रखरखाव और मरम्मत में विशेषज्ञता प्राप्त व्यक्ति।
4California Basic Skills Examपरीक्षाकैलिफोर्निया में शिक्षकों के लिए आवश्यक बुनियादी कौशल परीक्षा।
5Cost Benefit and Supply Estimateवित्तकिसी परियोजना के लागत लाभ और आपूर्ति के अनुमान का विश्लेषण।
6Cognitive Behavioral Systems Engineeringमनोविज्ञानमनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग कर इंजीनियरिंग प्रणालियों का विकास।
7Computer-Based Science Experimentationविज्ञान और प्रौद्योगिकीकंप्यूटर का उपयोग कर वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन और विश्लेषण।
8Consortium for Building Systems and Equipmentनिर्माणनिर्माण प्रणालियों और उपकरणों के लिए सहकारी संघ।

इस पोस्ट से आपने क्या सीखा?

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अभिषेक प्रताप सिंह

अभिषेक प्रताप सिंह

राम-राम सभी को मेरा नाम अभिषेक प्रताप सिंह हैं, मैं मध्य प्रदेश का रहना वाला हूँ। हिन्दीअस्त्र पर मेरी भूमिका आप सभी तक ज्ञानवान और मजेदार आर्टिकल पहुंचाना है, ताकि आपको हर दिन नई जानकारी प्राप्त हो सके।

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