पद्मासन लगाने का आसान तरीका और फायदे (Padmasana in Hindi)

योग में 84 लाख आसन हैं, लेकिन मुख्य रूप से 84 आसन किए जाते हैं, जिनमें से एक है पद्मासन (Padmasana)। यह एक ऐसा आसन है जो सभी योग साधकों का प्रिय है। किसी भी ऋषि-मुनि ध्यान लगाने या साधना के लिए इसी आसन का प्रयोग करते थे।

पद्मासन के द्वारा 72,000 नाड़ियाँ शुद्ध होती हैं। यह आसन सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाला माना जाता है। पद्मासन के निरंतर अभ्यास से सभी रोग नष्ट हो जाते हैं। यहां तक कि शुद्ध आत्मा से किया जाए तो सभी पापों का नाश होता है।

इस लेख में पद्मासन (Padmasana) करने की विधि, इसके फायदे एवं पद्मासन करते समय बरतने वाली सावधानियों को विस्तार से बताया गया है। जिसे पढ़ने के बाद किसी और लेख को पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

पद्मासन क्या है? (What is Padmasana)

यह बैठकर किया जाने वाला योग मुद्रा/आसन है। पद्मासन (Padmasana) का शाब्दिक अर्थ – पद्म यानी कमल और आसन यानी मुद्रा होता है। इस आसन को करते समय शरीर की आकृति कमल के फूल के समान बनती है। एवं यह भी कहा जाता है कि इस आसन के निरंतर अभ्यास से योग साधक कमल के फूल की तरह खिल उठता है। इसलिए इसे पद्मासन कहा गया है।

कई योग शिक्षक पद्मासन (Padmasana) को अलग-अलग नामों से बताते हैं जैसे- कमलासन (Lotus Pose), मुक्त पद्मासन, ब्रह्मा आसन, श्री आसन, आदि। पद्मासन को चीनी और तिब्बती बौद्ध मान्यता में वज्र आसन भी कहा जाता है।

पद्मासन करने की विधि

  1. सबसे पहले किसी नरम चटाई पर दोनों पैर सामने फैला कर बैठ जाएं। या सुखासन में भी बैठ सकते हैं।
  2. बाएं पैर के पंजे को हाथ की मदद से दाहिने पैर की जांघ पर रखें।
  3. फिर दाहिने पैर के पंजे को हाथों की मदद से बाएं पैर की जांघ पर रखें।
  4. ध्यान दें – दोनों पैर की एड़ियां पेट के निचले हिस्से से स्पर्श कर रही हों या पेट के निचले हिस्से के समीप हों एवं तलवे आसमान की तरफ हों।
  5. दोनों घुटने जमीन से स्पर्श कर रहे हों।
  6. कमर, गर्दन एवं मेरुदंड सीधा हो।
  7. दोनों हाथों को घुटनों पर ध्यान मुद्रा में रखें।
  8. साधारण श्वसन क्रिया करें।
  9. अपनी क्षमता अनुसार जितनी देर हो सके रुके।

नोट – पद्मासन में हथेलियों को इस प्रकार भी रखा जा सकता है- बाएं हाथ को दोनों तलवों के ऊपर एवं दाहिने हाथ को बाएं हाथ के ऊपर, हथेली आसमान की तरफ करके रखें जिससे हथेलियों का स्पर्श नाभि से होता रहे।

Step by step guide to do Padmasana in Hindi

नए साधक के लिए कुछ जरूरी बातें

  1. जिस साधक से पूर्ण पद्मासन नहीं लगता हो वह पहले अर्ध पद्मासन का अभ्यास जरूर करें।
  2. नए साधक पद्मासन लगाने से पहले अपने एक पैर के पंजे को हाथों की मदद से पकड़कर नाभि से थोड़ा ऊपर उठाएं एवं बच्चे को जिस तरह गोद में झुलाते हैं उसी प्रकार अपने पैरों को झुलाएं। इससे आपके पैर, घुटना एवं जांघ में लचीलापन आएगा जिससे पूर्ण पद्मासन लगाना आसान हो जाता है। इस क्रिया को 3 से 5 मिनट तक करें फिर पैर को बदलकर करें।

पद्मासन के लाभ (Padmasana Benefits)

  1. इसके अभ्यास से सभी रोगों का नाश होता है।
  2. चेतना उर्ध्वमुखी होती है।
  3. सभी 72,000 नाड़ियों को शुद्ध करता है।
  4. साधक के सभी स्नायुतंत्र को खोलता है।
  5. काम विकार का नाश करता है।
  6. काम शक्ति को यथावत बनाता है।
  7. पेट संबंधित सभी विकार दूर करने में सहायक है।
  8. पाचन तंत्र ठीक करता है।
  9. जीवनदायिनी शक्ति प्रदान करता है।
  10. मन को शांति देता है।
  11. मन की चंचलता को स्थिर करता है।
  12. मूत्राशय से संबंधित रोग दूर करता है।
  13. स्त्रियों के मासिक धर्म की अनियमितता को सुधारता है।
  14. गर्भावस्था में इसे निरंतर देर तक करने से प्रसव (डिलीवरी) आसानी से होता है।
  15. रक्त संचार को नियंत्रित करता है।
  16. वीर्य रक्षा में भी सहायक है।
  17. पेट बाहर निकलने से रोकता है।
  18. तनाव को कम करता है।
  19. पैरों में लचीलापन बढ़ाता है।
  20. कुंडलिनी जागरण में विशेष सहयोग मिलता है।
  21. पद्मासन (Padmasana) संपूर्ण दैहिक, दैविक और भौतिक व्याधियों को दूर करता है।

पद्मासन करते समय सावधानियां (Precautions of Padmasana)

Precautions While Doing Padmasana
Precautions while doing Padmasana in Hindi
  1. पद्मासन (Lotus Pose) लगाते समय पैरों को जबरदस्ती न चढ़ाएं।
  2. अपनी क्षमता से अधिक समय तक इस आसन को न लगाएं।
  3. पद्मासन लगाने पर पैरों को बदलते रहें।
  4. घुटनों में तेज दर्द या जटिल समस्या हो तो इस आसन को न करें।
  5. साइटिका से परेशान हों तो इस आसन को न करें।

इस लेख से आपने क्या सीखा?

इस लेख में आपने पद्मासन (Padmasana) से जुड़ी सारी जानकारियां प्राप्त कीं जैसे- पद्मासन क्या है, पद्मासन लगाने की विधि, नए साधकों के लिए कुछ जरूरी बातें, पद्मासन के लाभ, पद्मासन लगाते समय बरतने वाली सावधानियां।

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गजेंद्र शेखावत

गजेंद्र शेखावत

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