ICSE Full Form In Hindi: दोस्तों, आज के समय में शिक्षा का महत्व हम सभी अच्छी तरह से समझते हैं। एक देश के विकास में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए, सभी देश अपनी शिक्षा व्यवस्थाओं को सुधारने में लगे हुए हैं। हमारे भारत भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है।
आज हम शिक्षा के महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे। ICSE फुल फॉर्म इन हिंदी में क्या होती है, इस पर हम विचार करेंगे। जैसा कि आप सभी जानते हैं, हमारे देश में CBSE और ICSE जैसे दो बोर्ड हैं। ICSE बोर्ड के बारे में हम जानेंगे कि यह क्या है, इसकी फुल फॉर्म क्या होता है, CBSE और ICSE बोर्ड के बीच क्या अंतर होता है, और ICSE बोर्ड के लाभ क्या हैं, और इन दोनों में से कौन बेहतर है।
इन सभी प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करने के लिए, आप इस पोस्ट पर अंत तक बने रहें। तो चलिए, हम इन सभी मुद्दों के बारे में जानते हैं।
आईसीएसई का फुल फॉर्म क्या होता है?
आईसीएसई का फुल फॉर्म “इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन” होता है। इसे हिंदी में “भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र” कहते हैं। आईसीएसई भारत में कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षिक बोर्ड है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को व्यापक शिक्षा देना और उन्हें समग्र विकास के लिए तैयार करना होता है।
ICSE Full Form In English
ICSE का इंग्लिश में फुल फॉर्म “Indian Certificate of Secondary Education” होता है।
- I – Indian
- C – Certificate of
- S – Secondary
- E – Education
आईसीएसई (ICSE) बोर्ड क्या है?
जैसा की अपने ऊपर पढ़ लिया होगा की ICSE का पूरा नाम “Indian Certificate of Secondary Education” होता है। इसे “Council for the Indian School Certificate Examination (CISCE)” भी कहते हैं। यह एक Privately Held नेशनल लेवल स्कूल एजुकेशन बोर्ड है।
इसके चेयरमैन CS B Narasimhan हैं। यह एक Non-Government School Of Board Education है, यानी यह CBSE की तरह सरकार की तरफ से नहीं है लेकिन इसे सरकार द्वारा परमिशन (सपोर्ट) मिली है। ICSE की स्थापना आज से 65 साल पहले, 3 नवंबर 1958 में हुई थी। इससे बोर्ड में सिर्फ और सिर्फ इंग्लिश पर ही मुख्य ध्यान दिया जाता है। यह पूरी तरह अंग्रेजी भाषा में ही शिक्षा प्रदान करता है।
ICSE बोर्ड का क्या फायदा है?
ICSE का Syllabus बहुत मुश्किल होता है, इसलिए ज्यादातर बच्चे CBSE को अधिक पसंद करते हैं, इसलिए भारत में इसकी Value CBSE बोर्ड के मुकाबले कम होती है। लेकिन ICSE का महत्व भारत के बाहर, जैसे की अमेरिका, कनाडा और UK आदि, में अधिक है। अगर आप देश के बाहर जाकर अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए ICSE बोर्ड अधिक उपयुक्त है।
सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड में क्या अंतर होता है?
CBSE और ICSE में अंतर को हम कुछ मूलभूत बिंदुओं के द्वारा समझेंगे, जिससे हमें ये जानें में आसानी होगी की सीबीएसई और आईसीएसई दोनों में सबसे बेस्ट । तो चलिए जानते हैं –
Flexibility
CBSE को Flexible Board कहा जाता है क्योंकि CBSE न केवल English Medium में बल्कि Hindi Medium और Marathi Medium में भी पढ़ाने की सुविधा प्रदान करता है। वहीं, दूसरी ओर ICSE सिर्फ और सिर्फ इंग्लिश भाषा पर ही ध्यान देता है और केवल इंग्लिश लैंग्वेज में शिक्षा प्रदान करता है।
Exam Format
CBSE बोर्ड में सिर्फ 6 पेपर होते हैं, जिनमें से 5 मुख्य और एक Optional होता है, लेकिन ICSE में 12 पेपर होते हैं। ICSE पाठ्यक्रम बहुत ही मुश्किल होता है, इसलिए CBSE की तरह यहाँ एक विषय के एक ही पेपर नहीं होते, बल्कि English के दो, Science के तीन, कुछ इस तरह के पेपर कराए जाते हैं।
Knowledge
CBSE में Concept को सैद्धांतिक ज्ञान, यानी Theoretical Knowledge के आधार पर समझाया जाता है और यदि करवाया जाता है। लेकिन ICSE में सैद्धांतिक ज्ञान, यानी Theoretical Knowledge के साथ-साथ Practical Knowledge भी प्रदान की जाती है।
Schemes
सरकार की नजर में CBSE बोर्ड का बहुत महत्व है, क्योंकि इसके पीछे सरकार का ही समर्थन है। इसलिए CBSE में स्कॉलरशिप और अन्य योजनाएं अधिक होती हैं। वहीं, अगर ICSE की बात की जाए, तो इसके पास भी सरकार का समर्थन होता है, और यहाँ स्कॉलरशिप जैसी योजनाएं मिलती हैं, लेकिन CBSE के मुकाबले कम होती हैं। इससे आप इन अंतरों से यह भी जान गए होंगे कि इनमें से कौन सा बोर्ड ज्यादा बेहतर है।
आज आपने क्या सीखा?
आशा करता हूँ कि आप सभी को हमारी जानकारी पसंद आई होगी और इस लेख के माध्यम से आपको पता चला होगा कि ICSE क्या होता है, ICSE की फुल फॉर्म क्या होती है (ICSE Full Form In Hindi), CBSE और ICSE बोर्ड में क्या अंतर होता है, और ICSE बोर्ड के फायदे क्या हैं, इन दोनों में से कौन बेहतर है। अगर आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इस लेख को अपने दोस्तों तक शेयर भी जरूर करें।