भारत नदियों की भूमि के रूप में जाना जाता है, और ये शक्तिशाली जलमार्ग देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हिमालय से निकलने वाली बारहमासी नदियों और प्रायद्वीप में उत्पन्न होने वाली वर्षा-आधारित नदियों सहित, भारत में नदियों की एक विस्तृत विविधता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की 10 सबसे लंबी नदियाँ कौन सी है?
इस लेख में, हम भारत की 10 सबसे लंबी नदियों का पता लगाएंगे। हम इन नदियों के महत्व, उनके जलग्रहण क्षेत्रों और भारत के लोगों के जीवन पर उनके प्रभाव पर बात करेंगे।
भारत की सबसे लंबी नदी (largest river in India in Hindi)
गंगा नदी भारत की सबसे लंबी नदी है, जिसकी लंबाई 2,525 किलोमीटर और औसत प्रवाह दर 14,720 मी3/सेकेंड है। यह नदी उत्तराखंड में गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है और देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा नदियों के संगम से शुरू होती है।
गंगा नदी न केवल हिंदुओं के लिए धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था और कृषि के लिए भी महत्वपूर्ण है। गंगा और उसकी सहायक नदियाँ देश के एक बड़े हिस्से के उर्वर बेसिन को बहाती हैं, जो भारत की एक बड़ी आबादी का समर्थन करता है।
दुर्भाग्य से, गंगा नदी प्रदूषण से ग्रस्त है, जो न केवल लोगों के लिए, बल्कि नदी में रहने वाले जीवों के लिए भी खतरा है। 140 से अधिक मछली प्रजातियां, 90 भूमि और जल कुशल प्रजातियां, घड़ियाल और गंगा जलमार्ग डॉल्फ़िन सहित कई जीव गंगा नदी में पाए जाते हैं। गंगा जलमार्ग डॉल्फ़िन, आईयूसीएन की मूल रूप से संकटग्रस्त सूची में शामिल दो डॉल्फ़िन प्रजातियों में से एक है।
गंगा नदी को बचाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने गंगा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। NGOs और नागरिक समाज भी गंगा नदी की सफाई और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
गंगा की मुख्य सहायक नदियाँ – बाएँ किनारे पर, गोमती, घाघरा, गंडकी और कोसी नदियाँ हैं; और दाएँ किनारे पर यमुना, सोन, पुनपुन और दामोदर नदियाँ हैं।
भारत की 10 सबसे लंबी नदियाँ
नदियाँ सदैव से भारत की संस्कृति और जीवन का अभिन्न अंग रही हैं। धार्मिक महत्व, सिंचाई, जल विद्युत उत्पादन, और परिवहन के साधन के रूप में, ये नदियाँ हमारी अर्थव्यवस्था और समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। तो चलिए, जानते हैं भारत की शीर्ष 10 सबसे लंबी नदियों के बारे में।
1. गंगा नदी (2,525 किलोमीटर)
गंगा नदी का नाम सुनते ही हमारे मन में एक पवित्रता का अहसास होता है। गंगा उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है और पश्चिम बंगाल में सुंदरबन डेल्टा तक बहती है।
यह नदी न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उत्तर भारत के विशाल भाग को भी सिंचित करती है। इसीलिए गंगा नदी को अक्सर “भारत की जीवन रेखा” भी कहा जाता है।
2. गोदावरी नदी (1,465 किलोमीटर)
गोदावरी नदी को “दक्षिण की गंगा” भी कहा जाता है। ये दक्षिण भारत में बहने वाली सबसे लंबी नदी है। यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर से निकलती है और आंध्र प्रदेश में बंगाल की खाड़ी में मिलती है। गोदावरी नदी दक्षिण भारत के लिए महत्वपूर्ण जल स्रोत है और सिंचाई, पेयजल और बिजली उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है।
3. कृष्णा नदी (1,400 किलोमीटर)
कृष्णा नदी भारत की तीसरी सबसे लंबी नदी है। यह महाराष्ट्र में महाबलेश्वर से निकलती है और 1,400 किलोमीटर की दूरी तय करके आंध्र प्रदेश में बंगाल की खाड़ी में मिलती है। कृष्णा नदी दक्षिण भारत में सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण नदी है।
4. यमुना नदी (1,376 किलोमीटर)
यमुना नदी, गंगा की सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदी और भारत की चौथी सबसे लम्बी नदी है। यमुना नदी का धार्मिक महत्व भी है, और हिंदू धर्म में कई तीर्थस्थल इस नदी के किनारे स्थित हैं।
यमुना नदी हिमालय के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है और फिर लगभग 1,376 किलोमीटर की दूरी तय करके प्रयागराज (इलाहाबाद) में गंगा नदी में मिलती है। यह नदी दिल्ली, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों से होकर बहती है और इन क्षेत्रों के लिए जल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है।
5. नर्मदा नदी (1,312 किलोमीटर)
नर्मदा नदी भारत की पाँचवी सबसे लंबी नदी है। यह मध्य प्रदेश के अमरकंटक पहाड़ियों से निकलती है और गुजरात में अरब सागर में मिलती है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश और गुजरात के लिए महत्वपूर्ण जल स्रोत है।
इसीलिए इसे “मध्य भारत की जीवन रेखा” भी कहा जाता है। यह भारत की पवित्र नदियों में से एक है और इसके किनारे कई धार्मिक स्थल भी स्थित हैं।
6. सिंधु नदी (1,114 किलोमीटर, भारत में)
सिंधु नदी की कुल लंबाई लगभग 3,180 किलोमीटर है, लेकिन भारत में इसकी लंबाई लगभग मात्र 1,114 किलोमीटर है। सिंधु नदी का अधिकांश भाग पाकिस्तान में बहता है। इसका उद्गम तिब्बत के मानसरोवर झील के पास होता है और यह भारत के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र से होकर गुजरती है।
यह नदी भारत के लिए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। सिंधु नदी सिंधु घाटी सभ्यता के उदय का आधार थी और आज भी यह पाकिस्तान और भारत दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण जल स्रोत है।
7. ब्रह्मपुत्र नदी (916 किलोमीटर, भारत में)
ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत में कैलाश पर्वत से निकलती है और भारत के अरुणाचल प्रदेश और असम से होकर बांग्लादेश में प्रवेश करती है और अंत में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।
ब्रह्मपुत्र की कुल लंबाई लगभग 2,900 किलोमीटर है, लेकिन भारत में इसकी लंबाई लगभग 916 किलोमीटर है। ब्रह्मपुत्र नदी अपनी तीव्र धारा और बाढ़ के लिए जानी जाती है।
8. महानदी (890 किलोमीटर)
महानदी छत्तीसगढ़ के सिहावा से निकलती है और ओडिशा में बंगाल की खाड़ी में मिलती है। यह नदी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई हिस्सों में सिंचाई का मुख्य स्रोत है और वहाँ की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
890 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली महानदी, ओडिशा की सबसे लंबी नदी है और भारत की आठवीं सबसे लम्बी नदी है।
9. कावेरी नदी (800 किलोमीटर)
कावेरी नदी कर्नाटक के कोडागु जिले के तलकावेरी से निकलती है और तमिलनाडु में बंगाल की खाड़ी में मिलती है। यह नदी कर्नाटक और तमिलनाडु के लिए मुख्य जल स्रोत है और वहाँ की कृषि और उद्योग को बढ़ावा देती है।
10. ताप्ती नदी (724 किलोमीटर)
ताप्ती नदी भारत की दसवीं सबसे लंबी नदी है। यह नदी मध्य प्रदेश के मुलताई से निकलती है और गुजरात में अरब सागर में मिलती है। यह नदी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्सों में सिंचाई और जल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है।
भारत की 10 सबसे लंबी नदियों के बारे में संक्षिप्त विवरण
क्रमांक | नदी का नाम | भारत में लंबाई (किमी) | कुल लंबाई (किमी) |
---|---|---|---|
1. | Ganga (गंगा) | 2525 | 2525 |
2. | Godavari (गोदावरी) | 1464 | 1465 |
3. | Krishna (कृष्णा) | 1400 | 1400 |
4. | Yamuna (यमुना) | 1376 | 1376 |
5. | Narmada (नर्मदा) | 1312 | 1312 |
6. | Indus (सिंधु) | 1114 | 3180 |
7. | Brahmaputra (ब्रह्मपुत्र) | 916 | 2900 |
8. | Mahanadi (महानदी) | 890 | 890 |
9. | Kaveri (कावेरी) | 800 | 800 |
10. | Tapti (ताप्ती) | 724 | 724 |
इस पोस्ट से आपने क्या सीखा
हमने भारत की 10 सबसे बड़ी नदियों के बारे में जाना! इन नदियों ने न सिर्फ हमारे देश की संस्कृति और इतिहास को आकार दिया है, बल्कि हमारे जीवन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। चाहे वह गंगा हो, ब्रह्मपुत्र हो, या नर्मदा हो, हर नदी ने हमारे दिलों में एक विशेष स्थान बनाया है।
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