रक्षाबंधन त्यौहार से जुड़े 20 रोचक और दिलचस्प तथ्य

रक्षाबन्धन एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूती से जोड़ता है। इस दिन बहन अपनी भाई को रक्षासूत्र बांधकर उससे अपनी सुरक्षा का वचन लेती है और भाई अपने बहन को आशीर्वाद देती है। यह परंपरा भारत बहुत ही प्यार और सम्मान के साथ मनाई जाती है।

रक्षाबन्धन के दिन भाई अपनी बहनों के लिए खास तैयारी करते हैं और उन्हें उपहार देते हैं। यह दिन भाई-बहन के बीच प्यार और आपसी सम्बंधों को मजबूत करता है। रक्षाबन्धन का दिन बहनों के लिए विशेष होता है, जिसे वे कई महीनों से बेसब्री से इंतजार करती हैं। आइए आज हम रक्षाबन्धन के बारे में 20 रोचक और दिलचस्प तथ्य जानते है।

रक्षाबंधन त्यौहार से जुड़े 20 रोचक तथ्य

  • रक्षाबन्धन सावन का आखिरी दिन होता है इसीकारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।
  • राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बांधती हैं लेकिन हमारे देश में ब्राह्मणों, गुरुओं और नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बांधी जाती है।
  • देश में कहीं जगह वृक्ष को और भगवान को भी राखी बांधने की परंपरा है।
  • इस दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुरुष भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बांधते हैं।
  • हिन्दू धर्म के सभी धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बांधते समय पण्डित या आचार्य संस्कृत में एक श्लोक का उच्चारण करते हैं, जो कि राजा बलि से जुड़ा हुआ है जिसमें कहा जाता है जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुझे बांधता हूँ, तू अपने संकल्प से कभी भी विचलित न हो।
  • भारत के कई राज्यों में इस दिन बहनों की ओर से भाई के कान के ऊपर भोजली या भुजरियां लगाने की परंपरा है, जो कि भाईयों के लंबी उम्र के लिए किया जाता है।
  • देश से बाहर नेपाल के पहाड़ी इलाकों में ब्राह्मण और क्षेत्रीय समुदाय में रक्षा बन्धन पर गुरू के हाथ में राखी बांधी जाती है।
  • राखी प्यार और वचन का त्यौहार है इसलिए इसका प्रयोग भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में जन जागरण के लिये किया गया था, जो कि गुरूदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने चलाया था।
  • अमरनाथ यात्रा भी रक्षाबन्धन के दिन पूरी होती है। माना जाता है कि इसी दिन हिमानी शिवलिंग भी आकार ग्रहण करता है।
  • महाराष्ट्र राज्य में यह त्योहार नारियल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
  • इस दिन मराठी लोग नदी या समुद्र के तट पर जाकर अपने जनेऊ बदलते हैं और समुद्र की पूजा करते हैं।
  • राजस्थान में इस दिनरामराखी और चूड़ाराखी या लूंबा बांधने का रिवाज़ है।
  • रामराखी केवल भगवान को ही बांंधी जाती है जबकि चूड़ा राखी भाभियों को नंदें बांधती हैं।
  • तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और उड़ीसा के दक्षिण भारतीय ब्राह्मण इस पर्व को अवनि अवित्तम कहते हैं।
  • राखी का धागा कच्चे सूत के अलावा रेशमी धागे तथा सोने, चाँदी जैसी मँहगी वस्तु का भी होता है।
  • राखी हमेशा दाहिनी कलाई पर बाँधी जाती है।
  • भारत सरकार का डाक विभाग इस दिन एक विशेष लिफाफा तैयार करता है. जिसकी कीमत दस रूपये होती है. इसमें आप कई राखियाँ एक साथ भेज सकते है।
  • रक्षाबन्धन के इस पावन पर्व पर कई हिन्दी फिल्मे भी बनी है. जिसमे राखी, राखी और हथकड़ी, राखी और राइफल, रक्षाबन्धन आदि फिल्मे प्रमुख है।
  • बहने अपने भाई को राखी बांधकर उसकी लम्बी आयु की कामना करती है तो वही भाई अपनी बहन को हर मुसीबत से बचाने का वचन देता है।
  • बहन की शादी हो जाने के बाद भी बहने रक्षाबन्धन के दिन अपने भाई को राखी बाँधने अपने मायके आती है।

यदि आपके पास कोई अन्य प्रश्न या संदेह है या क्या आप रक्षाबंधन के बारे में कोई अन्य रोचक तथ्य जानते हैं, तो बेझिझक नीचे टिप्पणी अनुभाग में अपने विचार छोड़ें! हम यथासंभव शीघ्र ही उत्तर देंगे। और अधिक मज़ेदार तथ्यों के लिए कृपया हमारे टेलीग्राम, ट्विटर, पिनटेरेस्ट और फेसबुक पेज पर जाएँ।

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अभिषेक प्रताप सिंह

अभिषेक प्रताप सिंह

राम-राम सभी को मेरा नाम अभिषेक प्रताप सिंह हैं, मैं मध्य प्रदेश का रहना वाला हूँ। हिन्दीअस्त्र पर मेरी भूमिका आप सभी तक ज्ञानवान और मजेदार आर्टिकल पहुंचाना है, ताकि आपको हर दिन नई जानकारी प्राप्त हो सके।

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