क्या आप जानते हैं? भारतीय संविधान से जुड़े ये 25 रोचक तथ्य!

हेलो दोस्तों! हिन्दीआस्त्र के एक और ज्ञानवान पोस्ट में आप सभी का स्वागत है। आज हम आपको अपने देश के संविधान मतलब की भारतीय संविधान से जुड़े 25 रोचक तथ्यों के बारे में बताएंगे, जो आप शायद ही जानते होंगे। तो आइए, हमारे साथ इस रोचक सफर में चलें और भारतीय संविधान की दुनिया को गहराई से जानें।

भारतीय संविधान भारतीय संघ का मौलिक कानून है, जो देश की सर्वोच्च कानूनी प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है। यह वह दस्तावेज है जो हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और शासन प्रणाली को निर्धारित करता है। इसने स्वतंत्र भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आज भी देश को एक मजबूत लोकतंत्र के रूप में बनाए रखने में मदद करता है।

भारतीय संविधान को संविधान निर्माण समिति द्वारा तैयार किया गया था और यह भारतीय गणराज्य की स्थापना के बाद, अर्थात् 26 जनवरी 1950 को प्रभावी हुआ था। यह विश्व का सबसे विस्तृत संविधान है और भारतीय लोकतंत्र की एक मजबूत आधार शिला है।

भारतीय संविधान के बारे में रोचक तथ्य

  1. संविधान को अंग्रेजी में “Constitution” कहा जाता है।
  2. भारत में संविधान सभा की स्थापना का प्रस्ताव पहली बार एम एन राय ने 1934 में किया था। इसके बाद, 1935 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पहली बार संविधान सभा की मांग की थी, जिसके लिए स्वतंत्र भारत के संविधान के निर्माण की तैयारी की गई।
  3. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुआ था। यह संविधान सभा, स्वतंत्र भारत की पहली संसद थी, जिसके पहले अध्यक्ष के रूप में डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा ने कार्यभार संभाला। 11 दिसंबर, 1946 को संविधान के अध्यक्ष के रूप में डॉ. राजेंद्र प्रसाद का चयन किया गया, जो कि अंत तक इस पद पर रहे।
  4. भारत का संविधान पूरे विश्व में सबसे लंबा और बड़ा संविधान है।
  5. संविधान तैयार करने वाली कमिटी के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।
  6. भारतीय संविधान पूरे हाथ से लिखा गया है और इसे श्री श्याम बिहारी रायजादा ने लिखा था। संविधान को लिखने में कुल 12 हजार घंटे लगे थे!
  7. संविधान की मूल प्रतियाँ आज भी भारत के संसद में मौजूद हैं, जिन्हें शांतिनिकेतन के प्रसिद्ध कलाकारों, जैसे राम किंकर वैद्य, नंदलाल बोस और राम मनोहर सिन्हा ने प्रत्येक पृष्ठ को खूबसूरत चित्रों से सजाया था। ये प्रतियाँ हीलियम के अंदर डालकर लाइब्रेरी में सुरक्षित हैं।
  8. मूल संविधान को सैफ रखने के लिए हीलियम का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि यह कागज के क्षरण को रोकने में मदद करता है।
  9. भारतीय संविधान को बनाने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा।
  10. हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को पूरा तैयार हो गया था, लेकिन सरकार ने इसे 26 जनवरी 1950 को ही लागू किया।
  11. हमारे देश के संविधान को विश्व का सबसे बेहतरीन संविधान माना जाता है।
  12. भारत के मूल संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 भाग और 8 अनुसूचियां थीं।
  13. संविधान को बनने के बाद से लेकर अब तक संविधान में 106 संविधान संशोधन हुए हैं, जो हमारे संविधान की मजबूती को दर्शाते हैं।

भारतीय संविधान के बारे में कुछ रोचक और अनोखे बातें

  1. क्या आप जानते हैं कि भारतीय संविधान सभा का अपना प्रतीक चिन्ह था? यह एक हाथी और एक बैलगाड़ी का संयोजन था, जो भारत की ताकत और कृषि परंपरा का प्रतीक था।
  2. भारतीय संविधान में पहले संपत्ति का अधिकार एक महत्वपूर्ण अधिकार था, जो कि 44वें संशोधन द्वारा 1978 में हटा दिया गया।
  3. भारतीय संविधान का पहला संशोधन 1951 में हुआ था।
  4. संविधान के अनुसार, हमारे देश का कोई धर्म नहीं है, भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है।
  5. भारतीय संविधान में कई विचार और धारणाएँ अन्य देशों से ली गई हैं, जैसे रूस, अमेरिका, आयरलैंड, कनाडा और फ्रांस।
  6. संविधान के बनने से पहले, ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाए गए एक्ट 1935 को भारतीय संविधान के प्रारूप में माना जाता था।
  7. संविधान के अनुसार, भारत रत्न, पद्म भूषण और कीर्ति चक्र पुरस्कार गणतंत्र दिवस के दिन वितरित किए जाते हैं।
  8. स्वतंत्रता दिवस पर देश के लिए संबोधन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है, जबकि गणतंत्र दिवस पर देश के लिए संबोधन राष्ट्रपति करते हैं।
  9. भारतीय संविधान द्वारा देश के नागरिकों को 6 मौलिक अधिकार दिए गए हैं।
  10. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में, कांग्रेस ने भारतीय समाज में महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए। महिलाओं के भागीदारी में आदान-प्रदान को प्रोत्साहित किया गया और उन्हें भारतीय संविधान के निर्माण में भी शामिल किया गया।
  11. क्या आप जानते है की हमारा संविधान एक सजीव दस्तावेज है, जिसे निरंतर विकसित होना चाहिए? जैसा कि नेहरू ने कहा, “आज की दुनिया में संप्रभुता का मतलब है आम आदमी को अपनी मर्जी और अपनी सीमाओं के अनुसार जीने और विकसित होने की स्वतंत्रता।”

आज आपने क्या सीखा?

भारतीय संविधान जटिल कानूनी भाषा से कहीं अधिक है। यह हमारे राष्ट्र की आत्मा है, स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्षों का प्रतीक है और एक उज्ज्वल भविष्य के लिए हमारी आशाओं का स्रोत है। इस दस्तावेज़ ने हमें न केवल मौलिक अधिकार प्रदान किए हैं बल्कि हमारे कर्तव्यों को भी परिभाषित किया है। यह वह मजबूत ढांचा है जिस पर हमारा लोकतंत्र टिका हुआ है।

संविधान एक जीवंत दस्तावेज है, जो समय के साथ विकसित होता है। बदलते सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य के अनुरूप इसे अनुकूलित करने की आवश्यकता होती है। आपको क्या लगता है, भविष्य में संविधान में क्या बदलाव हो सकते हैं? आप अपने विचार नीचे कमेंट्स में शेयर कर सकते है।

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अभिषेक प्रताप सिंह

अभिषेक प्रताप सिंह

राम-राम सभी को मेरा नाम अभिषेक प्रताप सिंह हैं, मैं मध्य प्रदेश का रहना वाला हूँ। हिन्दीअस्त्र पर मेरी भूमिका आप सभी तक ज्ञानवान और मजेदार आर्टिकल पहुंचाना है, ताकि आपको हर दिन नई जानकारी प्राप्त हो सके।

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